अखिल भारतीय पूर्व सैनिक सेवा परिषद की बोकारो जिला ईकाई द्वारा 75 वां सेना दिवस संपन

बोकारो: 15 जनवरी 2024 को अखिल भारतीय पूर्व सैनिक सेवा परिषद की बोकारो जिला ईकाई द्वारा 75वां सेना दिवस मनाया गया। यह दिवस हम सभी पूर्व सैनिकों के लिए एक यादगार, गौरवान्वित करने वाला और यादों के अनगिनत पलों को आत्मसात करने वाला दिवस है। आज का कार्यक्रम, सेक्टर 4 स्थित भारत सेवाश्रम के मिलान हाल मे संध्या 06.30 बजे, भारत माता की तस्वीर के सामने दीप प्रज्वलित करते हुए, भारत माता की जय, बंदे मातरम एवं भारतीय सेना अमर रहे के नारों से आरंभ हुआ। नए-पुराने करीब 35 सदस्यों के साथ, परिचय का एक दौर चला। अपने अपने समय के विभिन्न युद्धों में अपने संस्मरण भी सभी ने सुनाए। फिर बयोबृध उपस्थित पूर्व सैनिकों ने कार्यक्रम मे “आर्मी डे थीम” का केक काटा और सभी आर्मी वेटरन्स को सम्मानित किया गया।

ये तो हम सब जानते हैं कि हमारे देश की आन बान और शान भारतीय सेना विपरीत परिस्थियों में भी देश की सेवा करने में तत्पर रहती है। यहीं हैं वो जाबांज जिनकी वजह से हम चैन की नींद सोते हैं। भारतीय सेना का गठन ब्रिटिश सम्राज्य के आधीन किया गया था। ये वह समय था जब सेना में वरिष्ठ अधिकारी ब्रिटिश हुआ करते थे। गौर करने वाली बात है कि देश के आजाद होने के बाद भी सेना में जो वरिष्ठ अधिकारी थे। वे ब्रिटिश मूल के ही थे। साल 1949 में जनरल फ्रांसिस बुचर आखिरी ब्रिटिश कमांडर थे। उनके जाने के बाद लेफ्टिनेंट जनरल के एम करियप्पा को आजाद भारत का पहला भारतीय सैन्य अधिकारी बनाया गया था। 15 जनवरी के दिन ही के एम करियप्पा, जनरल फ्रांसिस बुचर से भारतीय सेना की कमान ली थी। इसी वजह से हर साल 15 जनवरी के दिन भारतीय सेना दिवस मनाया जाता है।

हर साल भारतीय सेना दिवस की थीम रखी जाती है। जिसके अनुरुप सालभर काम किया है। इस साल यानी 2024 भारतीय सेना दिवस का विषय “राष्ट्र की सेवा में” है। यह थीम भारतीय सेना के उद्देश्य को दर्शाती है, जो समर्पण, प्रतिबद्धता और व्यावसायिकता के साथ देश की सेवा करना है। सीमा की रक्षा करने वाली पहली पँक्ति में खड़ी हमारी सेना है। सियाचीन ग्लैशियर पर हड्डियां जमा देने वाली ठंड के बीच भारतीय जवान हमेशा तैनात रहते हैं। ये सीमा समुद्र तल से 5 हजार मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। जो दुनिया में सबसे ऊंची सीमा है।

सैन्य ताकत सूची, 2023 में भारत को चौथे पायदान पर रखा गया है। यानी भारत के पास दुनिया की चौथी सबसे ताकतवर सेना है।

कार्यकम में विचारगोष्ठी जारी रही। परिषद को और अधिक ब्यापक एवं समाज के साथ जोडने हेतु अगले कार्यक्रमों पर चर्चा चली। अंत में पुनः जोशीले नारों के बीच, सभी को सेना दिवस की शुभकामनाएं देते हुए, कार्यक्रम को संपन्न किया गया। कार्यक्रम में परिषद के पूर्व प्रान्तीय उपाध्यक्ष दिनेश्वर सिंह,  जिला अध्यक्ष शत्रुघन सिंह, कार्यकारी अध्यक्ष राजीव कुमार के साथ ही मनोज कुमार, मनोज झा,  राजहंस, रमेश बाबू, श्रीकृष्ण सिंह, दीपक कुमार, मनीष चंचल, चंदन सिंह, राजकुमार, प्रदीप कुमार, शशि भूषण सिंह, शशि भूषण मिश्रा, विनय कुमार, परमहंस, सरयू शर्मा, प्रशांत कुमार, सुशील कुमार, आदि भी उपस्थित रहे।

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